दिल्ली में बिजली की डिमांड 7000 मेगा वाट के पार,सीएम केजरीवाल बोले-24 घंटे फ्री है
आषाढ़ की गर्मी से धरती तप रही है. तपिश इतनी कि बाहर निकलना मुश्किल है और बिना बिजली के अंदर रहना दूभर. ऐसे में कूलर पंखों और एसी को दिन रात मेहनत करनी पड़ रही है. इसी के चलते बिजली की डिमांड में बढ़ोतरी साफ-साफ दिखाई देने लगी है. दिल्ली में बिजली की बढ़ती डिमांड ने सूरज की तपिश का ‘हीट मीटर’ बनने का काम किया है. दरअसल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को बिजली की डिमांड 7 हजार मेगा वाट के पार पहुंच गई.राजधानी दिल्ली में मंगलवार को इस साल पहली बार बिजली की डिमांड 7 हजार मेगावाट से ज्यादा हुई है. मंगलवार की दोपहर साढ़े तीन बजे दिल्ली में बिजली की डिमांड 7098 मेगावाट तक पहुंच गई, ऐसा इस साल पहली बार हुआ है. वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर केंद्र के अध्यादेश पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज डी राजा से मुलाकात करेंगे. दोनों नेता 1 बजे साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. मुलाकात दिल्ली में CPIM दफ्तर में होगी. वही दुसरी ओर बता दें कि इधर रामलीला मैदान में आम आदमी पार्टी की मेगा रैली हुई। दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण संबंधी केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ सीएम सीएम अरविंद केजरीवाल ने जमकर हमला बोला। केजरीवाल ने कहा कि ‘पहली बार ऐसा पीएम आया है जो सुप्रीम कोर्ट का आदेश नहीं मानता,
संविधान को नहीं मानता।’ उन्होंने सभी विपक्षी दलों से इस अध्यादेश का विरोध करने की अपील की है। वही आपको बताते चलें कि रामलीला मैदान से केजरीवाल ने ‘चौथी पास राजा’ की वो कहानी दोहराई जो उन्होंने दिल्ली विधानसभा में सुनाई थी। पूर्व कांग्रेस नेता और निर्दलीय राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल भी AAP के मंच पर दिखे।
रैली में केजरीवाल के साथ पंजाब सीएम भगवंत मान और सौरभ भारद्वाज, आतिशी और संजय सिंह सहित पार्टी के बड़े नेता मौजूद रहे। वही आपको बताते चलें कि सीएम केजरीवाल ने इसी रामलीला मैदान से 2012 में राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी।