प्रशांत किशोर के करीबी नेताओं पर EOU ने शिकंजा कसना किया शुरू,जानिए क्या है छापेमारी के पीछे का पूरा राज?
बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा रद्द करने समेत पांच मांगों लेकर आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर एक और कारण से सुर्खियों में आ गये हैं। कारण उनसे जुड़ा एक शख्स है, जिसके ठिकाने पर आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने छापेमारी की है। आरोप आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का लगा है। इसकी शख्स की पहचान मोतिहारी के पतौरा निवासी नीरज कुमार सिंह के रूप में हुई है। नीरज बड़े जमीन कारोबारी हैं। इनका ईंट भट्ठा भी है। शनिवार सुबह जब आर्थिक अपराध इकाई की टीम पहुंची तो हड़कंप मच गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर नीरज कुमार सिंह की प्रशांत किशोर के साथ वाली तस्वीर भी वायरल होने लगी।
बताया जा रहा है कि नीरज कुमार सिंह जनसुराज के संस्थापक सदस्यों में एक हैं। और, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के करीबी है। इतना ही नहीं उन्हें कुछ लोग शिवहर विधानसभा सीट से संभावित प्रत्याशी भी बता रहे हैं। हालांकि आर्थिक अपराध इकाई की रेड में अब तक क्या क्या मिला है? इसकी जानकारी अब तक नहीं दी गई है। अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं। दरअसल, बेउर जेल के अधीक्षक विधु कुमार के ठिकाने पर आर्थिक अपराध इकाई की एक टीम ने छापेमारी की। इनके खिलाफ भी आय से अधिक संपत्ति रखने का मामला दर्ज किया गया है। जांच के दौरान पता चला कि विधु कुमार जब मोतिहारी में जेल अधीक्षक थे तब नीरज कुमार सिंह से जान पहचान हुई थी। धीरे-धीरे नीरज तत्कालीन जेल अधीक्षक के करीबियों की लिस्ट में शामिल हो गये। इसके बाद जेल अधीक्षक पर आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप लगा तो जांच हुई। इसकी चपेट में नीरज कुमार सिंह भी आ गए। नीरज कुमार सिंह प्रशांत किशोर की पार्टी से जुड़ें हैं तो लोगों चर्चा करने लगे।