नेताओं के दावों पर बोले प्रसिद्ध इतिहासकार इरफान हबीब-औरंगजेब क्रूर शासक था क्योंकि वह अपने भाई का सिर….

औरंगजेब क्रूर शासक था। उसने अपने ही भाई दारा शिकोह का सिर काटकर उसे थाल में सजा कर पिता शाहजहां को भेज दिया था। इतना ही नहीं, मंदिरों को गिराने का शाही फरमान भी जारी किया था। यह बात अलीगढ़ मुस्लिम विवि के प्रसिद्ध इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब ने कही। मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर महाराष्ट्र के सपा विधायक अबु आजमी के दिए बयान से मचे घमासान के बीच प्रो. हबीब ने बताया कि औरंगजेब का भाई दारा शिकोह बेहद उदार और धार्मिक सहिष्णु व्यक्ति था।कुछ दिन पहले अभिनेता विक्की कौशल की फिल्म छावा प्रदर्शित हुई है। इसमें मराठा योद्धा शिवाजी के पुत्र संभाजी का मुगल बादशाह औरंगजेब के साथ संघर्ष और विजय की कथा को दर्शाया गया है।

फिल्म के बाद औरंगजेब पर चर्चा छिड़ी तो चार मार्च को सपा विधायक अबु आजमी ने बयान दे दिया कि औरंगजेब एक क्रूर शासक नहीं था, बल्कि उसने कई मंदिर भी बनवाए। इसी बयान पर सियासी घमासान छिड़ गया।सपा सांसद पर कार्रवाई की मांग होने लगी। इसी बीच पांच मार्च को सीएम योगी ने कहा कि अबु आजमी को यूपी भेज दें तो हम उसका इलाज कर देंगे। इन सबके बीच प्रो. हबीब ने अमर उजाला से बातचीत करते हुए कहा कि औरंगजेब क्रूर शासक था।उसने अपने भाई का कत्ल कर सिर थाल में रखकर पिता को भेज दिया था। दस्तावेज बताते हैं कि उसने कई मंदिरों को गिराने का फरमान जारी किया, जिनमें मथुरा, वृंदावन व बनारस के मंदिर शामिल थे।प्रो. इरफान हबीब दारा शिकोह को एक उदार व्यक्तित्व बताते हैं। वह कहते हैं कि दारा के चलते ही उपनिषदों को विश्व पटल पर प्रसिद्धि मिली है। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम धर्मों के बीच की खाई को पाटने के लिए कई प्रयास किए। दारा शिकोह ने बनारस के पंडितों को दिल्ली बुलाया और 52 उपनिषदों का फारसी में अनुवाद का कार्य शुरू किया।