रुपौली सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने मारी बाजी,लालू-नीतीश दोनों की पार्टी हुई फेल

 रुपौली सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने मारी बाजी,लालू-नीतीश दोनों की पार्टी हुई फेल
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पूर्णिया में लोकसभा चुनाव के नतीजे के महीने भर बाद हुए रुपौली उप चुनाव के नतीजे भी लोकसभा के जैसा ही लग रहा है. रुपौली ने लोकसभा के नतीजे को फिर से दोहरा दिया है. इसे भी एक संयोग कहा जाएगा. लोकसभा चुनाव में भी निर्दलीय उम्मीदवार को कैंची छाप मिले थे और इस बार के उपचुनाव में भी निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह को कैंची का ही सिंबल दिया गया था. जहां गिनती के 12 में से शुरुवाती 6 राउंड तक जेडीयू प्रत्याशी कलाधर मंडल बढ़त बनाए रहे और अंत आते आते निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने बाजी मार ली. इस बार भी बीमा भारती तीसरे नंबर पर रहीं.निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह को कुल 67,779 मत प्राप्त हुए. वहीं दूसरे नंबर पर जेडीयू के कलाधर मंडल को 59,568 और आरजेडी के प्रत्याशी बीमा भारती को 30,108 मतों के साथ तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा.रुपाली उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं और निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह ने जेडीयू के कलाधर मंडल को 8,204 वोटों से शिकस्त दी है. जबकि तीसरे नंबर पर कोसों दूर आरजेडी की बीमा भारती रही हैं. यह नतीजा ठीक वैसे ही हैं जैसे लोकसभा चुनाव में पूर्णिया की जनता ने रिजल्ट देखी थी. लोकसभा चुनाव में भी शुरुआती दौर में जेडीयू के सांसद उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए थे और अंत आते-आते निर्दलीय पप्पू यादव ने जीत हासिल की थी. यहां भी बीमा भारती आरजेडी के टिकट पर तीसरे नंबर पर रही थीं.रुपाली उपचुनाव भी पूर्णिया लोकसभा संसदीय चुनाव के वजह से हुआ है. रुपौली की पूर्व विधायक बीमा भारती ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी और पद से इस्तीफा दिया था. जिसके बाद रुपौली में खाली पड़े सीट पर उपचुनाव हुआ.लोकसभा चुनाव में भी निर्दलीय उम्मीदवार को हराने के लिए एनडीए और ‘इंडिया’ गठबंधन ने पूर्णिया में अपनी ताकत झोंक दी थी. रुपौली उपचुनाव में भी मुख्यमंत्री से लेकर दो दर्जन एनडीए के मंत्री जेडीयू उम्मीदवार के समर्थन में उतरे थे. वहीं, बीमा भारती के समर्थन में तेजस्वी यादव ने पूरे आरजेडी को उतार दिया था. नतीजा में निर्दलीय उम्मीदवार ने यहां भी जीत हासिल की थी।

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