इजराइल से वापस लौटे भारतीय लोगों ने बताई हमले के पीछे की कहानी
इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग के बीच ऑपरेशन अजय के तहत भारत लौटे 200 भारतीयों में से कुछ लोगों ने खौफनाक दास्तां शेयर की. इजरायल से देश वापसी किए लोगों ने बताया कि उन्हें हिंदुस्तान लौटने की खुशी है, लेकिन उनके कान में अभी भी हवाई हमले से सतर्क करने वाले सायरन, रॉकेट हमले की आवाजें और चीख-पुकार गूंज रही है. इजरायल में 2019 से अपनी पत्नी के साथ रहे शाश्वत सिंह ने दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद कहा, ”हम हवाई हमले की सूचना देने वाले सायरन की आवाज सुनकर उठे. हम मध्य इजराइल में रहते थे. मुझे नहीं पता कि यह संघर्ष क्या रूप लेगा.” कृषि क्षेत्र में रिसर्च कर रहे सिंह ने आगे कहा कि सायरन की आवाज उन्हें पिछले कुछ दिनों से अभी भी डरा रही है. हमारी फ्लाइट जैसे ही दिल्ली उतरी तो उम्मीद जगी कि जल्द ही फिर से शांति कायम होगी. हम इसके बाद फिर से काम करने जा पाएंगे।
भारत सरकार हमसे ईमेल के जरिए संपर्क में थी. ऐसे में हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इजरायल में स्थित भारतीय दूतावास का धन्यवाद करते हैं. भारत लौटे कई छात्रों ने कहा कि शनिवार (7 अक्टूबर) को जब हमास ने हमला किया तो इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई की. जंग के कारण लगातार हमले हो रहे थे. इस डर के कारण हमें बार-बार अस्थाई शिविर में जाना पड़ रहा था. पश्चिम बंगाल की रहने वाली और इजराइल के बीरशेबा में ‘बेन-गुरियन यूनिवर्सिटी ऑफ द नेगेव’में पीएचडी कर रहीं सुपर्नो घोष ने कहा कि इजरायल ने हर जगह शेल्टर बनाए हुए थे इस कारण हम सुरक्षित रहे. जयपुर की रहने वाली मिनी शर्मा ने न्यूज एजेसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, बहुत डरावने दिन थे. हम वहां नागरिक के तौर पर नहीं सिर्फ विद्यार्थी के तौर पर थे. ऐसे में जब भी सायरन बजता तो हमारे लिए हालात और डरावने हो जाते थे.”वहीं एक दूसरे छात्र दीपक ने कहा कि देश वापसी करने पर खुशी है लेकिन दुख इस बात का है कि कई मेरे दोस्त अभी भी फंसे हुए हैं. पश्चिम बंगाल की एक दूसरी स्टूंडेट दुत्ती बनर्जी ने कहा कि इजरायल में स्थिति बहुत खराब है. सामान्य जीवन पर ब्रेक लग गया है. मैं जब भारत के लिए आ भी रही थी तो सायरन की आवाज आ रही थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को बताया कि इजरायल में करीब 18 हजार भारतीय हैं. वहीं 12 गाजा में तो तीन से चार वेस्ट बैंक में मौजूद हैं. ऑपरेशन अजय के तहत भारत लौटे भारतीयों की दिल्ली एयरपोर्ट पर आने के दौरान केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर उनके स्वागत के लिए मौजूद थे।