ISRO ने फिर रचा इतिहास,रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल RLV LEX को ATR से किया संचालित

 ISRO ने फिर रचा इतिहास,रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल RLV LEX को ATR से किया संचालित
Sharing Is Caring:

इसरो ने रविवार को एक और कामयाबी हासिल की. भारतीय अनुसंधान संगठन ने डीआरडीओ और भारतीय वायुसेना की मदद से RLV LEX का सफलतापूर्वक संचालन किया. इसरीयूजेबल लॉन्च व्हीकल RLV LEX को ATR से किया संचालित गया है।  आज सुबह कर्नाटक के चित्रदुर्ग के एटीआर से संचालित किया गया. सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर RLV ने उड़ान भरा और 7.40 बजे यह एटीआर एयर स्ट्रीप में लैंड किया है।Screenshot 2023 03 26 12 04 33 53 0b2fce7a16bf2b728d6ffa28c8d60efbRLV LEX को भारतीय वायुसेना के चिनुक हेलीकॉप्टर ले लाया गया. इसे 4.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर ले जाया गया और 4.6 किलोमीटर की रेंज पर छोड़ा गया. इसके छोड़ने के बाद रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल धीमी गति से उड़ान भरा. इसके कुछ देर बाद वह लैंडिंग गियर के साथ खुद ही एटीआर में लैंड किया. बता दें कि रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल के सहारे हम रॉकेट को दोबारा लॉन्च कर सकते हैं.Screenshot 2023 03 26 12 04 24 89 0b2fce7a16bf2b728d6ffa28c8d60efbइसरो इस पर काफी लंबे समय से काम कर रहा है कि कम लागत में कैसे अच्छी तकनीक का इस्तेमाल किया जा सकता है. इस दिशा में यह वाकई एक बड़ा कदम है. इसरो प्रमुख सोमनाथ ने भी कहा था कि आने वाले दिनों में इसरो अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ा कामयाबी हासिल करेगा. वह अधिक से अधिक अनुसंधान और उसके डेवलपमेंट पर ध्यान देगा. IMG 20220718 WA0007बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने अपने पहले RLV-TD HEX-01 मिशन की शुरुआत 2016 में की थी. वहीं, RLV LEX की शुरुआत 2019 में हुई थी.

Comments
Sharing Is Caring:

Related post