जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन के इस्तीफे पर बोली,लेशी सिंह-किसी के जाने से फर्क नहीं पड़ता
बिहार सरकार में मंत्री संतोष सुमन ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. संतोष सुमन पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे हैं. संतोष ने मंत्री विजय चौधरी को अपना इस्तीफा सौंपा है. वहीं, इस्तीफे के बाद संतोष सुमन ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा का जदयू में विलय करना चाहते थे.दरअसल, विपक्षी एकता को एकजुट करने की कवायद में लगे नीतीश कुमार ने पटना में इसी महीने के 23 जून को एक बैठक बुलाई है. लेकिन,इस बैठक से मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा को दूर रखा गया. जीतन राम मांझी इसी बात से सीएम नीतीश कुमार से नाराज चल रहे थे. संतोष सुमन अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के पद पर थे.हालांकि, इससे पहले जीतन राम मांझी ने संकेत दिया था कि अगर लोकसभा चुनाव में पांच सीटें नहीं उन्हें मिलती हैं, तो वह अगला चुनाव किसके साथ लड़ेंगे, इसको लेकर विचार करेंगे. हालांकि, तब खुद बिहार के सीएम ने जीतन राम मांझी से गले लगकर उन्हें यह भरोसा दिया था. हालांकि, समय-समय पर जीतन राम मांझी नीतीश सरकार पर निशाना साधते रहे हैं. वहीं, फिर वह यह भी कहते दिखाई देते हैं कि वह नीतीश कुमार के साथ हैं. जीतन राम मांझी साल 2014 में बिहार के सीएम बने थे.बिहार सरकार में खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह ने संतोष सुमन के इस्तीफे को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने साफ कहा कि किसी के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. वहीं, वृषण पटेल ने कहा कि मांझी परिवार के लिए ज्यादा चिंतित रहते हैं. ताक़त के हिसाब से हिस्सेदारी मांगी जाती है. वृषण पटेल ने जीतन राम मांझी पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश तोड़ने वालों के साथ मांझी जी जा रहे हैं. इससे उनका ही नुकसान होने वाला है.