बक्सर ट्रेन हादसे पर बोले मल्लिकार्जुन खरगे-तय हो रेल मंत्रालय और केंद्र सरकार की जवाबदेही
बिहार के बक्सर जिले में बुधवार को देर रात हुए रेल हादसे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दुख जताया है. साथ ही उन्होंने रेल मंत्रालय और केंद्र सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि इनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए. वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भी हादसे को लेकर शोक व्यक्त किया और कहा कि राज्य सरकार हालात पर बारीकी से नजर बनाए हुए है. बक्सर जिले में रघुनाथपुर स्टेशन के पास देर रात आनंद विहार-कामाख्या नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन के छह डिब्बे पटरी से उतर गए थे, जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. खरगे ने इस हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों की शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
उन्होंने X (ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, ‘नई दिल्ली से असम जाने वाली नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के बिहार के बक्सर में पटरी से उतर जाने की खबर बेहद पीड़ादायक है. इस भयावह हादसे में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.’ खरगे ने कहा, ‘हम मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते है. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि पीड़ितों को हर मुमकिन मदद पहुंचाएं.’ खरगे ने कहा, ‘जून 2023 की बालासोर रेल दुर्घटना के बाद ये ट्रेन के पटरी से उतरने का दूसरा बड़ा हादसा है. रेल मंत्रालय व केंद्र सरकार की जवाबदेही तय होनी चाहिए.’असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने भी जताया शोकअसम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भी हादसे पर दुख जताया और कहा कि उनकी सरकार हालात पर बारीकी से नजर बनाए हुए है. सरमा ने X पर एक पोस्ट में कहा, ‘शोक संतप्त परिवारों के प्रति गंभीर संवेदनाएं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’ एक अलग पोस्ट में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हालात पर बारीकी से नजर बनाए हुए है और स्थानीय एजेंसियों के साथ-साथ अन्य एजेंसियों से संपर्क किया गया है. असम में गुवाहाटी के समीप कामख्या जाने वाली ट्रेन के उन सभी यात्रियों को गुरुवार को तड़के एक राहत ट्रेन से रवाना किया गया, जो आगे की यात्रा करने की स्थिति में थे.बिहार के बक्सर जिले में रघुनाथपुर स्टेशन के पास 12506 दिल्ली-कामाख्या नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतरने के बाद भारतीय रेलवे ने 10 ट्रेनों को रद्द कर दिया और 21 ट्रेनों का रास्ता बदल दिया. रात नौ बज कर करीब 53 मिनट पर यह हादसा हुआ, जिसमें एसी टियर-3 के कम से कम दो डिब्बे पलट गए जबकि चार अन्य डिब्बे भी पटरी से उतर गए।