स्टालिन के बयान के विरोध में उतरी ममता बनर्जी ने सभी नेताओं को दी चेतावनी,बोली-मैं सनातन धर्म का सम्मान करती हूं
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और सरकार में युवा एवं खेल मंत्री उदयनिधि के बयान के बाद अब I.N.D.I.A गठबंधन में ही फूट पड़ती हुई दिख रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उदयनिधि के बयान का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि भारत कि खूबसूरती ही विविधता में एकता है। उनके इस बयान से इस विषय पर बड़े पैमाने पर विवाद खड़ा कर दिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, “हर धर्म की अलग-अलग भावनाएं होती हैं। भारत के मूल में ही अनेकता में एकता है। हमें ऐसे किसी भी मामले में शामिल नहीं होना चाहिए जिससे लोगों के एक वर्ग को ठेस पहुंचे।” उन्होंने कहा कि मैं सनातन धर्म का सम्मान करती हूं। इससे हमें ऋग्वेद, अथर्ववेद का ज्ञान मिलता है। हमारी सरकार राज्य के तमाम पुजारियों को भत्ता देती है।
बता दें कि इससे पहले टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने उदयनिधि के बयान कि निंदा की थी। घोष ने कहा, “उनकी टिप्पणी अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इसका भारत गठबंधन से कोई संबंध नहीं है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। उन्हें अपनी टिप्पणी बदलनी चाहिए।” सनातन धर्म पर विवादित बयान देने वाले उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल की ओर से दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। हिंदू सेना ने भी उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ दिल्ली पुलिस आयुक्त के सामने शिकायत दर्ज कराई है और कार्रवाई की मांग की है। इसके अलावा शिवसेना के नेता राहुल कनल ने मुम्बई पुलिस को पत्र लिखकर उदय पर कार्रवाई की मांग की है। हालांकि, उदय स्टालिन ने कहा है कि वो अब भी अपने बयान पर अडिग हैं।