राबड़ी देवी समेत मीसा और हेमा की आज कोर्ट में होगी पेशी,लैंड फॉर जॉब से जुड़ा है मामला
आज एक बार फिर से लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। रेलवे में जमीन के बदले नौकरी मामले में चल रही कार्रवाई के बीच आज राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव की पेशी होगी। मामले में सुनवाई दिल्ली के राउज़ एवेंन्यू कोर्ट में सुबह 10 बजे से होगी, जहां ED की चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने समन जारी किया था। पूर्व सीएम राबड़ी देवी पर घोटाले में शामिल होने का आरोप है। जबकि बेटी मीसा भारती पर मनी लॉन्ड्रिंग और हेमा यादव पर ज़मीन गिफ़्ट में लेने का आरोप है। बता दें कि लैंड फॉर जॉब मामले की चार्जशीट में ED ने लालू यादव के साथ राबड़ी पर भी इस घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया है। बताया गया है कि ज़मीन को बेचकर जो पैसा आया था वो बेटे तेजस्वी को दिया गया, जिसका इस्तेमाल दिल्ली के न्यू फ़्रेंड्स कॉलोनी में बंगला खरीदने के लिए किया गया। गौरतलब है कि दिल्ली की एक अदालत ने ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में 27 जनवरी को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती और हेमा यादव सहित अन्य को तलब किया था। अदालत ने रेलवे में ‘नौकरी के बदले जमीन’ से जुड़े धनशोधन मामले में उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) के आरोप पत्र पर संज्ञान लेने के बाद इन्हें तलब किया है। विशेष न्यायाधीश विशाल ने आरोपियों को 9 फरवरी यानी आज अदालत में पेश होने का निर्देश देते हुए कहा था कि मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त आधार हैं। दरअसल, 2004-2009 के बीच लैंड फॉर जॉब्स स्कैम हुआ था। इस दौरान लालू यादव रेल मंत्री थे। लालू के मंत्री रहते हुए रेलवे में ग्रुप D में भर्तियां हुईं थी। कई लोगों को आवेदन देने के 3 दिन में ही नौकरी दी गई। आरोप लगे कि अभ्यर्थियों से नौकरी के बदले घूस में जमीन ली गई है। इस मामले में जांच हुई तो पता चला कि लालू परिवार पर भी जमीन के बदले नौकरी देने का आरोप लगा। ED ने चार्जशीट में बताया कि लालू परिवार को 7 जगहों पर जमीनें मिलीं हैं। जांच में सामने आया कि बिना विज्ञापन जारी किए आनन-फानन में नौकरियां दी गईं। मुंबई, जबलपुर, कोलकाता और जयपुर जोन में नियुक्तियां की गईं। 1 लाख स्क्वायर फीट से ज्यादा जमीन महज 26 लाख में खरीदी गई, जबकि उस समय जमीन की कीमत करीब 4.39 करोड़ थी। लालू परिवार पर 600 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है।