विधायक अमानतुल्लाह खान को कोर्ट से मिली बड़ी राहत,दे दी उनके पक्ष में आदेश!

आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है. साथ ही अदालत ने अमानतुल्लाह को पुलिस की जांच में शामिल होने को कहा है. हालांकि सरकारी वकील ने कहा कि फिर तब तक अमानतुल्लाह को इलाके से तड़ीपार किया जाए, क्योंकि लॉ एंड ऑर्डर की परिस्थिति पैदा होगी.इसपर अमानतुल्लाह खान के वकील ने कहा कि मैं वहां से MLA और वहां का रहने वाला हूं. मैं कैसे वहां से दूर रहूं. अमानतुल्लाह खान ने राउज एवेन्यू कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी. कोर्ट ने इसपर सवाल किया था इतने दिन तक आप क्या कर रहे थे. अग्रिम ज़मानत अर्जी दाखिल करने पर इतनी देरी क्यों की? अमानतुल्लाह पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी काम मे बाधा डालने की कोशिश की. उन्होंने हिरासत में लिए शख्स को भगाने में मदद की.क्या है पूरा मामला?दिल्ली पुलिस ने सोमवार को जामिया नगर में एक पुलिस दल पर हमले के मामले में अमानतुल्लाह खान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.

पुलिस ने कहा कि विधायक की अगुवाई में आई भीड़ ने हत्या के प्रयास के एक मामले के आरोपी को हिरासत से भागने में मदद की. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कथित घटना उस समय घटी जब दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने शाहबाज खान नामक उक्त आरोपी को गिरफ्तार करने की कोशिश की. उन्होंने बताया कि इस दौरान अमानतुल्लाह के समर्थक कथित रूप से पुलिस दल से भिड़ गए और शाहबाज भागने में सफल रहा.इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि आप नेताओं का आपराधिक गतिविधियों का इतिहास रहा है. उन्होंने कहा, अमानतुल्लाह खान ऐसे एक आप नेता हैं जिनके खिलाफ पहले ही मामले चल रहे हैं।.अब उन्होंने एक व्यक्ति को भगाने में मदद की है जिसे पुलिस गिरफ्तार करने आई थी. कानून अपना काम कर रहा है.हाल में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप नेता अमानतुल्लाह खान ने भारतीय जनता पार्टी के मनीष चौधरी को 23,639 मतों से हरा दिया.अमानतुल्लाह ने सफाई में क्या कहा?आरोपों पर अमानतुल्लाह खान ने कहा, मुझे उस आदमी को बचाने के लिए कहा गया और बताया गया कि वह इलाके का ही निवासी है. उस आदमी से मेरा कोई करीबी रिश्ता नहीं है. जब मैंने स्थानीय लोगों से पूछा तो पता चला कि वो लोग (सादे कपड़े वाले) उसे धमका रहे थे.अमानतुल्लाह के अनुसार बाद में पता चला कि उस आदमी को 2018 में साकेत अदालत से अग्रिम जमानत मिल गई थी. उन्होंने कहा कि कि इसके बावजूद सादे कपड़ों में आए लोग, जो पुलिस से होने का दावा कर रहे थे, उसे गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे थे और दूसरे लोगों को धमका रहे थे. विधायक ने यह दावा भी किया कि सादे परिधान वाले लोगों ने अपनी पहचान जाहिर करने से इनकार कर दिया और उन्हें झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी. उन्होंने कहा कि जिस आदमी को वो गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे थे, जब उसने अदालत का आदेश दिखाया तो वे इलाके से चले गए.