7 दिनों में चौथी बार फिर से मिली मुकेश अंबानी को धमकी,अलर्ट पर है प्रशासन
देश के बड़े उद्योगपतियों में से एक मुकेश अंबानी को एक बार फिर धमकी भरा मेल आया है. इस बार दो धमकी भरे मेल आए और धमकी देने वाले ने खुद को शादाब खान बताया है. बता दें, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरपर्सन मुकेश अंबानी को धमकी भरे ईमेल की गिनती बढ़ती ही जा रही है. पिछले 7 दिन मुकेश अंबानी को 4 बार धमकी मिल चुकी है. 31 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच भेजे गए ईमेल और पैसे की मांग को नजरअंदाज करने पर अंबानी को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी इस नए मेल में दी गई है.पुलिस अधिकारी ने बताया की ये जो धमकी भरा मेल आया ये बेल्जियम स्थित सर्वर से एक ही ईमेल आईडी से दो ईमेल प्राप्त हुआ था.इससे पहले भी मुकेश अंबानी को इसी मेल आईडी से और इसी शादाब खान द्वारा धमकी भरे तीन मेल आ चुके हैं.सबसे पहले 27 अक्टूबर शनिवार को धमकी देने वाले ने 20 करोड़ मांगे थे और अगले दिन इसे 200 करोड़ कर दिया था. इसके बाद तीसरे मेल में धमकी देने वाले ने फिरौती की रकम को 400 करोड़ रुपए कर दिया था. साथ में ये भी लिखा है कि अगर पुलिस मुझे नहीं खोज पाई तो वह मुझे गिरफ्तार नहीं कर सकती. ये ईमेल भी उसी एड्रेस से आया है जिससे पिछले ईमेल आए थे.मुंबई पुलिस अब तक पुराने ईमेल का इंटरनेट प्रोटोकॉल यानि IP एड्रेस खोजने में लगी है।
पुलिस ने इंटरपोल के जरिए बेल्जियम की एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क कंपनी (VPN) से इस ईमेल की डिटेल खंगालने में मदद मांगी है. ये मेल shadabkhan@mailfence.com से की गई हैं. टेक्निकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह आईपी एड्रेस बेल्जियम का है. लेकिन पुलिस को शक है कि धमकी देने वाला किसी और देश में बैठा है और पुलिस को गुमराह करने के लिए बेल्जियम के वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा है.ये पहली बार नहीं है जब मुकेश अंबानी या उनके परिवार को जान से मारने की धमकी मिली है. पिछले साल 5 अक्टूबर को एक शख्स ने रिलायंस फाउंडेशन के एक हॉस्पिटल में कॉल करके अंबानी परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी. साथ ही अस्पताल को बम से उड़ाने की बात भी कही थी. हालांकि तब उस शख्स को अगले ही दिन बिहार से गिरफ्तार कर लिया गया था और उसकी पहचान राकेश कुमार शर्मा के रूप में हुई थी.इतना ही नहीं कुछ साल पहले मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से भरी गाड़ी मिलने की खबरों ने भी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा था।