18 जुलाई को एनडीए की होगी महाबैठक,चिराग- मांझी-कुशवाहा को बीजेपी ने भेजा न्यौता
एक तरफ विपक्षी एकता की बैठक बेंगलुरु में हैं, तो वहीं 18 जुलाई को एनडीए के घटक दलों की बैठक दिल्ली में होनी है। इस बैठक में चिराग पासवान, जीतन राम मांझी की पार्टी व न्योता आया है। पशुपति पारस पहले से एनडीए का हिस्सा हैं। उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी भी आरंभ से ही एनडीए का करीबी खुद को बता रही है। उन्हें भी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का बुलावा आ चुका है। हालांकि वीआईपी चीफ मुकेश सहनी अभी भी वेटिंग लिस्ट में हैं। अगर मांझी, पारस के साथ चिराग, उपेन्द्र और मुकेश सहनी भी आ जाते हैं।तो बिहार में भाजपा एनडीए गठबंधन में भी छह दल हो जायेंगे। वही दूसरी तरफ बता दें कि इधरलोकसभा चुनाव 2024 के लिए राजनीतिक दलों ने रणनीति बनाना शुरू कर दिया है. अब इस चुनाव में एक साल से भी कम का वक्त बचा है, ऐसे में पक्ष हो या विपक्ष कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहता है. सोमवार यानी 17 जुलाई को विपक्ष की ओर से इसी कड़ी में अहम कदम उठाया जा रहा है, बेंगलुरु में आज कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष की महाबैठक होनी है. इसमें कुल 26 राजनीतिक दल भाग लेंगे, जहां बीजेपी को घेरने की रणनीति बनाई जाएगी.बेंगलुरु में दो दिन चलने वाली विपक्ष की इस महाबैठक की अगुवाई कांग्रेस कर रही है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा सभी विपक्षी नेताओं को इसमें आने का न्योता भेजा गया था. इस बैठक में साझा विपक्ष के कॉमन मिनिमम प्रोग्राम और आगे की रणनीति पर मंथन होगा.सोमवार को होने वाली इस बैठक से पहले ही एक बड़ा अपडेट भी आया. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार इस बैठक में हिस्सा नहीं ले पाएंगे, उनकी पार्टी ने यह जानकारी दी. हालांकि, शरद पवार किन कारणों की वजह से मीटिंग में नहीं आ रहे हैं, अभी साफ नहीं हुआ है. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही उनकी पार्टी दो-फाड़ हुई है और भतीजे अजित पवार ने बगावत की है.