अपनी ही पार्टी के अध्यक्ष ललन सिंह का नाम भूले नीतीश,बीजेपी बोली-रिटायर्ड हो जाइए
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी ही पार्टी के अध्यक्ष ललन सिंह का नाम भूल गए, तो बीजेपी ने उन्हें संन्यास लेने की सलाह दे दी है। सीएम नीतीश मीडिया से बातचीत कर रहे थे, तभी वह अपनी पार्टी जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह का नाम भूल गए। कुछ सेकंड के बाद जब तेज यादव ने उन्हें याद दिलाया तो, नीतीश की जुबान पर ललन का नाम आया। इसे लेकर बीजेपी ने उनपर तंज कसा है।बिहार बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने ट्वीट कर कहा, बिहारवासी हैरान हैं कि सीएम नीतीश कुमार को क्या हो गया है। अब तो वे अपने खास सलाहकार व सुविधाकर्ता का नाम भूलने लगे! राजद की गोद में बैठने के बाद सीएम का क्या हाल हो गया है। नीतीशजी ! खुद का नहीं तो बिहार का ख्याल कीजिए। कुछ लेते क्यों नहीं बख्श दीजिए, संन्यास ही ले लीजिए। वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर बिहार की राजधानी पटना में लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्ष की प्रस्तावित महाबैठक टलने के आसार हैं। इसकी तिथि आगे बढ़ाई जा सकती है। इसकी वजह है 12 जून की बैठक में कई महत्वपूर्ण नेताओं की अनुपलब्धता । विश्वस्त सूत्रों की मानें तो गंभीरता के साथ इसपर विचार हो रहा है। सभी दलों से राय ली जा रही है और सबकी सहमति से अगली तिथि पर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा। रविवार देर रात इस बैठक के टलने से जुड़े सवाल पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी कहा कि बैठक को लेकर आप लोगों को पूरी जानकारी जल्द दी गी। हालांकि वह खुल कर बोलने से बचते रहे।बैठक से जुड़े सवाल पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, अभी इतना ही कह सकता हूं कि 12 जून की बैठक में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल नहीं होंगे। राहुल जी भारत में रहते तो जरूर आते। मुख्यमंत्री कुमार से उनकी बात भी हुई है। 12 को कांग्रेस से एक बड़े राज्य के सीएम और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। जिसके चलते लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी दलों की प्रस्तावित महाबैठक टलने के आसार हैं। मिली जानकारी मुताबिक 12 तारीख की बैठक में न तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी और न ही इस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के शामिल होने की स्थिति बन रही है। राहुल गांधी 12 तक अमेरिका की यात्रा पर हैं तो खड़गे की भी उस दिन व्यस्तता है। वहीं डीएमके नेता तथा तमिलनाडु के सीएम स्टालिन भी 12 जून को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में व्यस्त रहेंगे। अब 23 जून को हो सकती है बैठक हालांकि बैठक की तैयारियां चुकी हैं पूरी कांग्रेस की ओर से दोनों शीर्ष नेताओं की सहभागिता को लेकर बैठक आगे करने का भी प्रस्ताव था। एक-दो और बड़े नेता बैठक में अपने बदले प्रतिनिधि भेज रहे थे। इन हालातों के मद्देनजर अब बैठक की नयी तिथि तय की जा सकती है। चर्चा 23 जून को इसके आयोजन को लेकर भी हो रही है। हालांकि आयोजकों की ओर से बैठक को लेकर तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं