अति पिछड़ा वोटबैंक बचाने में जुटे नीतीश कुमार,लोकसभा चुनाव से पहले पटना गांधी मैदान में जेडीयू करेगी महारैली
लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर बिहार के मुख्यमंत्री तीश कुमार ने अपने अति पिछड़ा वोटबैंक को बचाने की कशिश शुरू कर दी है। एनडीए से अलग होने के बाद से बीजेपी की नीतीश के वोटबैंक पर खास नजर है। इसके लिए बीजेपी जेडीयू के अति पिछड़ा नेताओं को भी अपने पाले करने की कवायद में जुटी है। बीजेपी की इस चोट का पलटवार करने के लिए अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में सीएम नीतीश की पार्टी जेडीयू बड़ा आयोजन करेगी। अति पिछड़ों को साधने के लिए पटना के गांधी मैदान में महारैली होगी। फरवरी 2024 में प्रस्तावित इस रैली में करीब 5 लाख लोगों के जुटने का दावा किया गया है। वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी जारी है. विपक्ष एकता की दो बैठक हो चुकी है और मुंबई में तीसरी बैठक होने वाली है. ऐसी चर्चा है कि कई राज्यों में अलग-अलग संयोजक बनाए जा सकते हैं. शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए ऐसी चर्चाओं पर सीएम नीतीश कुमार ने विराम लगा दिया. कहा कि 31 अगस्त को हम सभी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने मुंबई जाएंगे. एक सितंबर को बैठक होगी. इसकी जानकारी दी जाएगी कि क्या फैसला हुआ है.वहीं लालू यादव की जमानत रद्द करने को लेकर सीबीआई सुप्रीम कोर्ट गई है. इस पर आज शुक्रवार को सुनवाई होनी है. जमानत रद्द करने के मामले पर नीतीश कुमार ने कहा कि उनको (लालू) बेचारे को तो जान बूझकर ने तंग किया जा रहा है. केंद्र पर हमला करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि आजकल जो हैं केंद्र में किसी को छोड़ रहे हैं।