हमारी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है,पटना में बीजेपी पर खूब गरजे राहुल गांधी
स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी की 130 वीं जयंती पर “आजादी के परवाने” कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शिरकत की। इस दौरान उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि हमारी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है। जो आपके दिल मे था वो अम्बेडकर जी और जगलाल जी बोलते थे। आज हिंदुस्तान का जो पावर स्ट्रक्चर है या जो संस्थाएं हैं इसमे आपकी भागीदारी कितनी है? दलितों को रिप्रेजेन्टेशन मिला ये सही है लेकिन पावर स्ट्रक्चर में शामिल हुए बिना रिप्रेजेन्टेशन का कोई मतलब ही नहीं है। राहुल गांधी ने बोले- ‘मंत्री तो ये लोग बना देते हैं, लेकिन OSD तो RSS का होता है’आज भारत के पॉवर स्ट्रक्चर- शिक्षा, स्वास्थ्य, कार्पोरेट या ज्यूडिशरी में दलित वर्ग की कितनी भागीदारी है?
बीजेपी रिप्रेजेंटेशन की बात करती है, लेकिन भागीदारी के बिना रिप्रेजेंटेशन का कोई मतलब नहीं है। ये बिलकुल ऐसा ही है- जैसे मैंने आपके बीच में से पांच लोगों को स्टेज पर बैठा दिया, लेकिन उनके फैसले कहीं और से लिए जा रहे हैं। ऐसे में उन्हें स्टेज पर बैठाने का कोई मतलब नहीं है। केंद्र सरकार में भी यही हो रहा है- आप लोगों को मंत्री बना देते हैं, लेकिन OSD तो RSS का होता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पटना में कहा है कि भारत के वर्तमान सत्ता तंत्र और संस्थाओं में दलितों और वंचितों की कोई भागीदारी नहीं है। दलितों, अल्पसंख्यकों, समाज के कमजोर वर्गों की सटीक संख्या पता लगाने के लिए पूरे भारत में जाति आधारित जनगणना की आवश्यकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा, आरएसएस संविधान के खिलाफ हैं क्योंकि संविधान दलितों और समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों की गारंटी देता है।राहुल गांधी ने कहा कि जब अमेरिका में पहली बार SAT एग्जाम की शुरुआत हुई तो उसमें गोरे छात्रों का प्रदर्शन बहुत अच्छा था और अफ्रीकन-अमेरिकन छात्रों का प्रदर्शन ख़राब था। इससे धारणा बनी कि गोरे छात्र पढ़ने में बहुत अच्छे और होशियार हैं और अफ्रीकन-अमेरिकन छात्र पढ़ाई में कमजोर हैं। ऐसे में एक प्रोफेसर ने प्रयोग किया और उसने एग्जाम के क्वेश्चन पेपर अफ्रीकन-अमेरिकन प्रोफेसर से तैयार करवा दिए। इस प्रयोग का नतीजा यह हुआ कि सारे गोरे छात्र फेल हो गए।