आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ SC में याचिका दाखिल,फिर से जेल भेजने की मांग
पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह की रिहाई पर राजनीति चरम पर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बवाल खड़ा करने पर बीजेपी पर निशाना साधा है। वहीं बिहार के मंत्री और जदयू नेता अशोक चौधरी ने बीजेपी नेताओं पर अपनी सुविधा के अनुसार इस मुद्दे पर अपना रुख बदलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आनंद मोहन की रिहाई की वकालत की थी। सुशील मोदी ने कहा था कि अगर पूर्व पीएम राजीव गांधी की हत्या के दोषियों को रिहा किया जा सकता है, तो आनंद मोहन को रिहा करने में क्या समस्या है।हालांकि सीएम नीतीश कुमार से मीडिया ने आंनद मोहन की रिहाई को लेकर सवाल किया तो सीएम नीतीश ने जवाब देते हुए कहा कि पहले बीजेपी ही जेल से बाहर करने के लिए समर्थन कर रही थी।अब साथ नही है तो विरोध कर रही हैं।दरअसल बता दें कि 1994 में IAS जी कृष्णैया की हत्या के मामले में बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. कृष्णैया की पत्नी उमा ने यह याचिका दाखिल की है, जिसमें दोषी आनंद मोहन की रिहाई को चुनौती दी गई है. उन्होंने आनंद मोहन को फिर से जेल भेजने की मांग की है. साथ ही बिहार सरकार के नियमों के बदलाव के नोटिफिकेशन को भी रद्द करने की मांग की गई है.