मोतिहारी में जहरीली शराब का कहर,8 लोगों की मौत,6 लोगों की आंख की रोशनी गायब
बिहार में पिछले सात साल से शराबबंदी कानून लागू है।फिर भी शराब पीने से लोग बाज नही आ रहे है।हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई बार यात्रा कर लोगों को शराब के दुष्प्रभाव को भी बताया था।इसके साथ ही पूरे प्रदेश में लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान भी चलाया था।इसके बावजूद भी लोग जहरीला शराब पीने से बाज नही आ रहे है।वही आज बिहार में एक बार फिर शराब का कहर देखने को मिला है. मोतिहारी जिले में शराब पीने के बाद आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोगों की आंख की रोशनी चली गई. इन सभी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. अस्पताल में भर्ती मरीजों ने डॉक्टरों को खुद बताया कि उन्होंने शराब पी थी, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई. मरीजों के इस बयान के बाद आशंका व्यक्त की जा रही है कि जहरीली शराब पीने के बाद ही इन लोगों की हालत बिगड़ी है.मोतिहारी सदर अस्पताल में तैनात एक डॉक्टर ने बताया कि मरीजों ने शराब पीने की बात स्वीकार की है. हालांकि प्रशासन पोस्टमार्टम रिपोर्ट और बिसरा जांच रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहा है. मोतिहारी और मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन ने पहले इसे डायरिया बताकर संदिग्ध मौत करार दिया था, लेकिन जब मरीजों ने शराब पीने और आंख से कुछ न दिखने की बात बताई तो डॉक्टरों का शक गहरा गया. फिलहाल भर्ती मरीजों का इलाज चल रहा है.वहीं इस घटना के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. आनन-फानन में गांव में डॉक्टरों की एक टीम भेजी गई है. टीम गांव में हरके सदस्य की जांच कर रही है. जो भी संदिग्ध लग रहा है, उसको अस्पताल भेजा रहा है. इस घटना में तुरकौलिया थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गदरिया गांव के ध्रुव पासवान, विनोद पासवान, अशोक पासवान, रामेश्वर राम और हरसिद्धि के पिता-पुत्र परमेंद्र दास और नवल दास, पहाड़पुर गांव के टुनटुन सिंह और भूटन मांझी की मौत हुई है.