इमरान खान की गिरफ्तारी से बदले पाकिस्तान में राजनीतिक हालात अब पाक में टलेंगे आम चुनाव
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में गिरफ्तारी ने पड़ोसी मुल्क के राजनीतिक हालात में उथल-पुथल पैदा कर दी है. तोशाखाना मामले में इमरान 3 साल के लिए जेल में गए हैं, ये गिरफ्तारी ऐसे वक्त पर हुई है जब 9 अगस्त को ही पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का कार्यकाल खत्म हो रहा है और चुनाव सिर पर हैं. ऐसे में इमरान की गिरफ्तारी क्या सत्ताधारी दल के लिए फायदेमंद होगी, या फिर अभी पाकिस्तान में चुनाव हो ही नहीं पाएंगे. कैसे पड़ोसी मुल्क के राजनीतिक हालात बदल रहे हैं, हालांकि आपको बताते चलें कि इमरान खान जब से प्रधानमंत्री पद से हटे, तभी से ही उनका मौजूदा सरकार और सेना के साथ टकराव रहा. दरअसल आपको ताजा जानकारी देते चले कि इमरान खान लगातार सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे।और इस बात का दावा कर रहे थे कि उनकी गिरफ्तारी किसी भी वक्त हो सकती है, ऐसा हुआ भी. तोशाखाना मामले यानी सरकार में रहते हुए उन्हें जो गिफ्ट मिले उन्हें निजी स्तर पर खरीदने-बेचने के मामले में इमरान को यह सजा हुई है. इस फैसले के साथ ही इमरान को 3 साल तक जेल में रहना होगा, साथ ही वह अगले पांच साल तक किसी सार्वजनिक पद पर नहीं रह पाएंगे.