संसद भवन के उद्घाटन पर बिहार में सियासी संग्राम,बीजेपी नीतीश के शिलापट्ट का करेगी विरोध
नई दिल्ली में नए संसद भवन के उद्घाटन पर बिहार में सियासी हंगामा मचा है। जेडीयू समेत अन्य दलों ने इस समारोह से किनारा कर लिया है। इसके बाद बिहार बीजेपी ने जेडीयू खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश के बीजेपी नेता शुक्रवार को विधानसभा परिसर में लगे नीतीश कुमार के नाम के शिलापट्ट का विरोध करेंगे और उसे हटाने की मांग करेंगे। दरअसल, जेडीयू समेत देशभर की अन्य विपक्षी पार्टियों ने आपत्ति जताई है कि नए संसद भवन का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी खुद कर रहे हैं, इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाया गया है। वही दुसरी तरफ बता दें कि इधर वही दूसरी ओर बता दें कि इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करेंगे. संसद के नए भवन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को पीएम मोदी से भेंट की है. साथ ही उनसे इस भवन का लोकार्पण करने का आग्रह किया है।तथा राज्यसभा, दोनों सदनों ने 5 अगस्त 2019 को सरकार से संसद के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया था. इसके बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के नए भवन का शिलान्यास किया था. वही आपको बताते चले कि संसद के नवनिर्मित भवन को गुणवत्ता के साथ रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है. चार मंजिला संसद भवन में 1224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था की गई है.अब संसद का नवनिर्मित भवन भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों को और अधिक समृद्ध करने का कार्य करेगा. साथ ही अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इस भवन में सदस्यों को अपने कार्यों को और बेहतर तरीके से करने में भी सहायता मिलेगी. वही इधर बता दें कि देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, ‘इंदिरा गांधी ने जब संसद भवन के एनेक्स बिल्डिंग का उद्घाटन किया था और राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया था तब सवाल क्यों नहीं उठे? इंदिरा गांधी ने महाराष्ट्र विधानभवन का उद्घाटन किया और राज्यपाल को आमंत्रित नहीं किया तब सवाल क्यों नहीं किया गया? राजीव गांधी ने संसद की लाइब्रेरी का उद्घाटन किया और राष्ट्रपति को नहीं बुलाया तब किसी ने कुछ क्यों नहीं कहा? मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने मणिपुर विधानभवन का उद्घाटन किया और राज्यपाल को नहीं बुलाया, तब सवाल क्यों नहीं किया गया?’