इफ्तार के बाद छिड़ी पोस्टर वार,बीजेपी का सीएम पर तीखा हमला,बोले-2024 में पीएम का सपना देखने वाले होंगे क्लीन बोल्ड
एक तरफ बिहार में इफ्तार पर सियासत जारी है। वहीं अब पोस्टर वार भी शुरु हो गया है। रमजान के महीने में पहले तीश कुमार ने दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया और शनिवार को जदयू ने इफ्तार पार्टी दी। जिसमें सीएम नीतीश और तेजस्वी यादव शामिल हुए। लेकिन अब बीजेपी ने पोस्टर के जरिए नीतीश कुमार पर हमला बोला है। पटना में दफ्तर के बाहर पोस्टर लगा है। जिसमें लिखा है। कि पीएम सपना देखने वाले 2024 में जीरो पर आउट होंगे।वही बता दें कि पोस्टर के जरिए नीतीश पर तंज बीजेपी दफ्तर के बाहर बीजेपी नेता लव कुमार सिंह ने पोस्टर लगवाया है। जिसमें लिखा है कि ‘लाल किला के बैकग्राउंड में मौलाना टोपी पहनकर प्रधानमंत्री का सपना देखने वाले 2024 में शून्य पर आउट हो जाएंगे. इसके नीचे नीतीश कुमार की एक तस्वीर लगाई गई है और लिखा गया है कि ‘कुर्सी प्यारी है।वही दूसरी तरफ बता दें कि अब इधर लोकसभा चुनाव 2024 का समय नजदीक आ रहा है। इसे देखते हुए बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी तैयारी करने शुरू कर दिया है।वही बता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू छोड़कर राष्ट्रीय लोक जनता दल नाम से नई पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने भी आगामी चुनाव के लिए कमर कस ली है। कुशवाहा अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने जा रहे हैं। इसके लिए 9 अप्रैल व पटना में अहम बैठक बुलाई गई है।वही दूसरी तरफ बता दें कि जहाँ एक तरफ बीजेपी कयास लगा रही हैं कि उपेंद्र कुशवाहा आगामी आम चुनाव से पहले बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकते हैं। वे एनडीए में रहकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि अभी किसी भी गठबंधन में जाने पर कोई विचार नहीं किया गया है। वह अब नई पार्टी को मजबूत करने में लगे हैं। समय आने पर फैसला लिया जाएगा।दरअसल आपकों बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा पहले एनडीए में भी रह चुके है।वही आपकों बतातें चले कि रालोजद के प्रदेश प्रवक्ता और महासचिव राम पुकार सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा कार्यकर्ताओं के लिए एक मॉडल पेश करेंगे। प्रशिक्षण की तैयारी और तारीख तय करने के लिए 9 अप्रैल को पटना में सभी 38 जिलों के पार्टी के प्रमुख नेताओं की बैठक बुलाई गई है।