सेना से की बगावत,इमरान पर टूटी आफत,छोड़ा मुल्क या पार्टी तो बलि चढ़ेंगे उनके लाखों साथी
इमरान खान के सिर पर गिरफ्तारी का जो खतरा मंडरा रहा था, वो फिलहाल टल चुका है. हाईकोर्ट ने 31 मई तक इमरान को गिरफ्तार करने पर रोक लगा दी है. अदालत से मिली राहत के बाद इन दिनों इमरान खान घर की चार दीवारों के बीच कैद हैं, मगर उन पर खतरा टला नहीं है. वही बता दे कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जिस तरह से पाकिस्तानी सेना के साथ बगावत की है, उससे ये तो तय हो चुका है कि इमरान की ‘बलि’ चढ़ाने के लिए सेना और सरकार दोनों कमर कस चुके हैं. इस बात की तस्दीक ऐसे होती है कि सेना ने इमरान के आगे दो ऑप्शन रखे हैं.सेना ने कहा है कि इमरान के पास पहला ऑप्शन ये है कि वह बोड़िया-बिस्तर समेटे और मुल्क छोड़कर लंदन की फ्लाइट पकड़ लें. दूसरा ऑप्शन है कि वह मुल्क में रहें और आर्मी एक्ट का सामना करें. दरअसल, 9 मई को हाईकोर्ट से जैसे ही इमरान को गिरफ्तार किया गया, वैसे ही उनके समर्थकों ने पूरे मुल्क को भूखे भेड़ियों की तरह नोंच डाला. इस हरकत से तिलमिलाई सरकार ने इमरान के ऊपर आर्मी एक्ट के तहत केस दर्ज किया, जिसमें दोषी पाए जाने पर इमरान को फांसी हो सकती है.कुल मिलाकर इमरान के अभी ‘आगे कुआं और पीछे खाई’ वाले हालात हैं. जिस पाकिस्तानी सेना ने इमरान को अपना ‘प्यादा’ बनाकर सत्ता तक पहुंचाया. उसी के साथ बगावती रुख अख्तियार करना इमरान को भारी पड़ गया है. पहले तो इमरान सत्ता से बेदखल हुए और अब मुल्क से भगाने की तैयारी हो रही है. फिलहाल सेना ‘कसाई’ बन चुकी है, जो इमरान की ‘बलि’ चढ़ाना चाहती है. इमरान भी इस बात को बखूबी जानते हैं, तभी उन्होंने कहा कि लंदन प्लान बाहर आ चुका है और सेना उन्हें 10 सालों के लिए जेल में डालना चाहती है.