तेजस्वी के 15 महीने के कार्यकाल को राजद ने बताया बिहार का स्वर्णिम काल,कहा-तेजस्वी ने रोजगार देने के मामले में रच दिया इतिहास
बिहार में दो से तीन महीनों में लाखों शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. इस उपलब्धि का श्रेय लेने के लिए होड़ मची हुई है. शनिवार को आयोजित शिक्षक नियुक्ति वितरण पत्र समारोह के पोस्टर में तेजस्वी यादव की तस्वीर गायब दिखी. इसको लेकर जमकर बयानबाजी हो रही है. वहीं, आरजेडी (RJD) के प्रवक्ता शक्ति यादव (Shakti Yadav) ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि तेजस्वी का 15 महीने का कार्यकाल बिहार का स्वर्णिम काल है. तेजस्वी के 15 महीने की सरकार पहले की 15 साल की सरकार पर भारी है. डिप्टी सीएम के वादों और सीएम नीतीश (Nitish Kumar) के नेतृत्व में बिहार में रोज़गार की बहार है।
शिक्षा विभाग ने रिकॉर्ड 70 दिनों के अदंर 2 लाख 17 हजार शिक्षकों को नौकरी दी.शक्ति यादव ने कहा कि बीजेपी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बताती है, लेकिन नौकरी देने में तो विश्व रिकॉर्ड तो हमने बनाया है. विश्व में कहीं भी इतने कम दिनों में इतनी ज्यादा नौकरी नहीं दी गई है. इसको लेकर बीजेपी को चैलेंज देता हूं. बिहार ने जातीय गणना करके नज़ीर पेश की है और पिछड़ी जातियों के लिए हमारी सरकार ने 75 प्रतिशत आरक्षण दिया है. बीजेपी कहती थी कि अगर भगवान भी आएंगे तो इन 4 लाख लोगों को राज्यकर्मी का दर्जा नहीं दिया जाएगा.आगे आरजेडी के प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार ने 10 साल में सिर्फ 7 लाख के आसपास नौकरी दी. यह आकड़ा भारत सरकार का ही है, जिसको संसद में मंत्री जितेन्द्र सिंह ने पेश किया था. तेजस्वी और नीतीश की सरकार जो कहती है वह करती है. किसानों की आय अभी तक दोगुनी नहीं हुई है.15 महीना बनाम 10 साल पर बीजेपी चर्चा कर ले. तेजस्वी का 15 महीने का कार्यकाल बिहार का स्वर्णिम काल है. हमलोग बिहार में बेहतर शिक्षा दे रहे हैं. अब बिहार के लोगों को 10 लाख से भी ज्यादा रोजगार दी जा रही है. बिहार का जो मॉडल है वह देश का मॉडल होना चाहिए।