प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखे जाने पर बोले शरद पवार-नाम बदलने का अधिकार किसी को नहीं बीजेपी कर रही है गलत
जी20 के डिनर में राष्ट्रपति को ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखे जाने पर मचे बवाल के बीच अब शरद पवार (Sharad Pawar) ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने आज कहा कि ” किसी को भी देश का नाम बदलने का अधिकार नहीं है. शरद पवार ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की बुधवार (6 सितंबर) को बुलाई गई बैठक में उन सभी पार्टियों के प्रमुखों के साथ इस मुद्दे पर बातचीत होगी, जो ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा हैं. 2024 के चुनाव में एनडीए के मुकाबले के लिए बने इस गठबंधन में 28 पार्टियां शामिल हैं. शरद पवार ने कहा, “मुझे समझ नहीं आता कि सत्तारूढ़ दल देश से जुड़े एक नाम को लेकर क्यों परेशान है” एनसीपी चीफ ने ये बात उस वक्त कही, जब वो महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. मीडिया के मुताबिक क्या संविधान में भारत का नाम बदला जाएगा?
इस सवाल के जवाब में पवार ने कहा, ”मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. पवार ने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने बुधवार को इंडिया अलायंस के सभी दलों के प्रमुखों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में इस पर विचार-विमर्श होगा, लेकिन (देश का) नाम बदलने का अधिकार किसी को नहीं है. कोई भी देश का नाम नहीं बदल सकता.” कांग्रेस ने मंगलवार (5 सितंबर) को आरोप लगाया कि राज्यों के संघ पर मोदी सरकार हमला कर रही है. जिस इनविटेशन को लेकर बवाल मचा है, वो जी20 सम्मेलन के डिनर का कार्यक्रम है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत दुनिया भर के राष्ट्रपति और कई राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेने वाले हैं. इस डिनर के इनविटेशन में ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा गया है।