शिवसेना के प्रत्याशी रविंद्र वायकर ने कह दी बड़ी बात,मेरे पास 2 हीं विकल्प थे जेल जाऊं या फिर…
एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के गुट वाली शिवसेना (Shivsena) के प्रत्याशी रविंद्र वायकर (Ravinder Waikar) ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. वायकर ने कहा कि साल की शुरुआत में वह ईडी (ED) और आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की जांच के दायरे में आ गए थे, ऐसे में उनके पास दो ही विकल्प था पहला ये कि वह जेल जाएं और दूसरा कि वह अन्य पार्टी ज्वाइन कर अपना रुख स्पष्ट करें. वायकर ने इसी साल सीएम शिंदे की पार्टी ज्वाइन की है. वायकर उद्धव ठाकरे के करीबी रहे हैं. महाराष्ट्र टाइम्स से बातचीत में रविंद्र वायकर ने कहा कि जब जांच एजेंसियां उन्हें समन भेज रही थीं तो उन्होंने उद्धव ठाकरे से मदद मांगी लेकिन उन्हें मदद नहीं मिली. मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से प्रत्याशी रविंद्र वायकर का कहना है कि उन्होंने उद्धव ठाकरे से अपील की थी कि वह पीएम नरेंद्र मोदी समेत शीर्ष पर बैठे लोगों से संपर्क कर सकते हैं और उनकी बात वहां तक पहुंचा सकते हैं. हालांकि उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकते. वायकर का कहना है कि मेरी पार्टी को मेरे साथ खड़ा होना चाहिए था लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. वायकर ने यह भी कहा कि दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे उनकी बात को ध्यान से सुना और एजेंसी की कार्रवाई पर सवाल उठाए. दरअसल, वायकर से ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पूछताछ की थी. यह जोगेश्वरी इलाके में एक शानदार होटल के निर्माण से जुड़ा था. वायकर का कहना है कि जब मेरे खिलाफ झूठी कार्रवाई शुरू हुई तो मेरे पास एक ही विकल्प था कि या तो जेल जाउं या फिर पार्टी बदल दूं. वहीं, सीएम एकनाथ शिंदे को लेकर रविंदर का कहना है कि उनके साथ रिश्ते हमेशा सरल नहीं रहे हैं लेकिन कई दौर की बातचीत और चर्चा के बाद हम अपने मतभेदों को दूर करने में सफल रहे. वायकर का कहना है कि सीएम शिंदे ने ईडी के अधिकारियों से भी बात की और उनके समर्थन के कारण सारी चिंता और तनाव दूर हो गया।