मध्य प्रदेश में कर्नाटक दोहराने की रणनीति,प्रियंका-सुरजेवाला की जोड़ी फिर करेगी कांग्रेस के लिए कमाल
कर्नाटक में पार्टी को सफलता दिलाने वाले वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला को कांग्रेस पार्टी ने अब मध्य प्रदेश की जिम्मेदारी दी है. विधानसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के प्रभारी रह चुके सुरजेवाला को मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए सीनियर ऑब्जर्वर बनाया गया है. कर्नाटक में जीत दर्ज करने के बाद से ही ये तो माना जा रहा था कि कांग्रेस पार्टी में सुरजेवाला का कद बढ़ेगा और उन्हें आने वाले समय में और जिम्मेदारी मिलेंगी. इसी कड़ी में पार्टी ने उन्हें एक और चुनावी राज्य में अहम रोल दे दिया है. वही दूसरी तरफ बता दें कि देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों से दिल्ली की गद्दी पर कौन बैठेगा यह तय होता है। इसलिए भाजपा यूपी सभी सीटों पर फोकस कर रही है। वहीं लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के हाथ से खिसक गई 14 लोकसभा सीटों पर भी पार्टी की नजर हैं। आने वाले चुनाव में पार्टी इन सीटों पर भी भाजपा का परचम लहराना चाहती है। विपक्ष ने जहां लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आइएनडीआए गंठबंधन तैयार किया है वहीं भाजपा भी पूरी ताकत के साथ तैयारियों में जुटी है। वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पूरे दमखम के साथ अपनी तैयारियों में जुट गई है. बीजेपी का फोकस उत्तर प्रदेश पर है, क्योंकि 2014 और 2019 में देश की सत्ता में काबिज होने में इसी राज्य की अहम भूमिका रही है. पीएम मोदी पूर्वांचल के काशी से सांसद हैं, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी इसी इलाके के गोरखपुर से आते हैं. यही वजह है कि बीजेपी के लिए पूर्वांचल काफी अहम हो जाता है, जिसके चलते ही पार्टी ने अपने दुर्ग को बचाए रखने के लिए जातीय आधार वाले दलों के साथ हाथ मिलाया है. ऐसे ही दक्षिण भारत में भी बीजेपी अपने सियासी समीकरण को मजबूत करने में जुटी है. इसी कड़ी में अब एनडीए सांसदों के साथ मंथन का सिलसिला भी शुरू हो गया है.