मानहानि केस में इतनी बड़ी सजा पाने वाला पहला व्यक्ति- राहुल गांधी का भाजपा पर तीखा वार
कांग्रेस नेता अमेरिका के दौरे पर हैं. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में उन्होंने कहा कि भारत में पूरा विपक्ष स्ट्रगल कर रहा है. हमारे देश में लोकतंत्र को लेकर एक जंग चल रही है. कोई भी संस्था काम नहीं कर पा रही है. लोकतंत्र का मतलब सिर्फ विपक्ष का होना ही नहीं होता है. लोकतंत्र का मतलब होता है कि संस्थाएं विपक्ष का साथ दें. लेकिन हमारे देश में संस्थाएं पूरी तरह से किसी और के हाथ में हैं. वो अपनी भूमिका नहीं निभा रही हैं.राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा है कि भारत का बैंकिंग सिस्टम काफी सेंट्रलाइज्ड है और केवल टप के 15-20 लोगों तक ही इसकी पहुंच हैं. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा है कि मैं नहीं मानता कि बीजेपी का विजन प्रोडक्शन को लीड कर सकता है. आपको सत्ता के डिसेंट्रलाइज करने की जरूरत है, आप इसे दिल्ली से नहीं कर सकते है। दरअसल बताते चले कि सांसदी जाने का दुख राहुल गांधी ने यहां छलकाया. उन्होंने कहा कि 2004 में मैंने राजनीति में कदम रखा था, तब मैंने ये कभी नहीं सोचा कि था कि कुछ बोलने से आपकी सांसदी जा सकती है. आपको बता दें कि राहुल गांधी वायनाड सीट से सांसद बने थे. मगर पीएम मोदी के सरनेम पर टिप्पणी करने के मामले में कोर्ट ने उनको आरोपी बनाया. इसके बाद उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई थी. राहुल गांधी इसी बात का जिक्र अमेरिका में कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अब मुझे लगता है कि संसद में बैठे रहने के मुकाबले अब ज्यादा मौके मिलेंगे. ये सब ड्रामा 6 महीने में पहले शुरू हुआ था. आज पूरा विपक्ष भारत में स्ट्रगल कर रहा है.