दिल्ली विधानसभा में आज हुई जमकर हंगामा,बीजेपी के चार विधायकों को मार्शल ने किया आउट
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधुड़ी समेत बीजेपी के विधायकों ने ठंड से हो रही मौतों का मुद्दा सदन में उठाया. उन्होंने कहा कि ठंड से दिल्ली में 203 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. इस पर चर्चा कराई जाए और सीएम अरविंद केजरीवाल आकर इस पर जवाब दें. इस बीच स्पीकर ने कहा कि यह मुद्दा विषय सूची में नहीं है इसलिए इस पर चर्चा नहीं कराई जा सकती है. वहीं, सदन में हंगामे के बाद बीजेपी के 4 विधायकों को मार्शल आउट कर दिया गया. वहीं, बीजेपी के आरोपों पर दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने जवाब दिया है. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेव ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में ठंड से हुई मौतों का मुद्दा उठाया और कहा, ”दिल्ली की सड़कों पर 203 लावारिस बेघरों की मृत्यु का मामला अरविंद केजरीवाल सरकार की अपराधिक लापरवाही का परिणाम है।
पक्के-कच्चे सभी रैन बसेरों मे पूरे गद्दे बिस्तर नहीं हैं और ना ही मैंडेटरी चाय बिस्कुट भोजन की व्यवस्था है. हर वर्ष दिल्ली सरकार बार-बार कोर्ट की फटकार और अखबारों मे खबरों के बाद भी दिल्ली के रेनबसेरों में भोजन फंड भी नहीं दे रही है. केजरीवाल सरकार बेघरों के लिये रैन बसेरा चलाने वाले प्रबंधकों एवं स्टाफ को भी परेशान कर रही है और ना ही उन्हें 4 माह से वेतन मिल रहा है.”बीजेपी के आरोपों पर सौरभ भारद्वाज ने करहा, ”जो भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने काग़ज़ दिखाए हैं वह मुझे सदन से मिले हैं. ये जो डेटा दिया है वह बताता हैं कि जो पूरे साल में किसी भी शहर के अंदर मौत होती हैं और उनको दिल्ली पुलिस रिपोर्ट करती है. इस रिपोर्ट में साफ़ नज़र आ रहा है कि कोई किसी चोट के कारण अस्पताल में भर्ती थी तो किसी पर पट्टियां बंधी हुई थीं या मशीन लगी हुई है. ये एक्सीडेंट के केस हैं या इसी तरह के मामले हैं. जिनकी अगर तारीख़ देखें तो ये नवंबर की तारीख़ के मामले हैं. जो दिल्ली में रहता है वो यह जानता है कि स्वेटर और जैकेट पिछले एक हफ़्ते में ही निकले हैं.”बीजेपी ने जो लोगों को बेघर किया, उसका क्या- भारद्वाजसौरभ भारद्वाज ने आगे कहा, ”इससे पहले कार में लोग AC चला रहे थे. जब BJP की केंद्र सरकार की DDA, रेलवे और ASI हज़ारों लोगों को बेघर करती है उसका क्या? दिल्ली में जैसा कि कुछ दिनों पहले BJP की केंद्र सरकार ने ऐसा तुग़लक़ाबाद के इलाक़े में हज़ारों लोगों को बेघर किया गया, महरौली के अंदर सैकड़ों लोगों को बेघर किया गया, 2 हफ़्ते पहले DPS मथुरा रोड के पीछे 250 मकानों को ढहा दिया गया. हज़ारों लोगों को बेघर करते हैं तो केंद्र सरकार यह बताए कि इन लोगों के बारे में क्या सोचा जाता है? कि ये लोग कहां रहेंगे? ये क़ानून है कि जब आप किसी को बेघर करते हैं तो उसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी करनी चाहिए. लेकिन दिल्ली में DDA, ASI जैसी संस्थाएं लोगों को बेघर तो कर रही है लेकिन उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर रही है।