NCP पर चाचा का कब्जा या भतीजे का? थोड़ी देर में हो जाएगा साफ

 NCP पर चाचा का कब्जा या भतीजे का? थोड़ी देर में हो जाएगा साफ
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शरद पवार गुट का दावा है कि 44 विधायक उनके साथ हैं वहीं, अजित गुट का दावा है कि 40 विधायक उनके साथ हैं. दोनों ही गुट ने अलग-अलग मीटिंग बुलाई है. अब से कुछ देर के बाद ये साफ हो जाएगा कि किस पवार के पास पावर है. वही दूसरी तरफ बता दें शरद पवार गुट का दावा है कि 44 विधायक उनके साथ हैं वहीं, अजित गुट का दावा है कि 40 विधायक उनके साथ हैं. दोनों ही गुट ने अलग-अलग मीटिंग बुलाई है. अब से कुछ देर के बाद ये साफ हो जाएगा कि किस पवार के पास पावर है.महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है. sharad pawar speech1इस बैठक में सभी विधायकों और सांसदों को बुलाया गया है. बैठक में शामिल होने के लिए सहयोगी निर्दलीय विधायकों को भी न्योता दिया गया है. दूसरी ओर, उद्धव ठाकरे भी मातोश्री में शिवसेना के पूर्व विधायकों के साथ बैठक करने वाले हैं. वही बता दें कि महाराष्ट्र में बुधवार का दिन बहुत अहम रहने वाला है. दरअसल, आज शक्ति परीक्षण का दिन है. महाराष्ट्र के नए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने 11 बजे विधायकों की बैठक बुलाई है. जहां अजित पवार दिन में बैठक कर रहे हैं, तो वहीं दोपहर एक बजे चाचा शरद पवार एनसीपी के विधायकों और सांसदों के साथ मीटिंग करने वाले हैं. दरअसल, इन बैठकों का मकसद है कि दिखाया जा सके कि किसके साथ कितने विधायक खड़े हैं. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी मातोश्री में शिवसेना के पूर्व विधायकों के साथ बैठक करने वाले हैं. maharashtra political dramaवही दुसरी तरफ आपको बताते चलें कि महाराष्ट्र में अगले 3 से 5 दिनों में मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा. एनसीपी गुट के कुछ विधायकों ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है. खुद अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है. ऐसे में आने वाले दिनों में मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगी. दरअसल आपको जानकारी देते चले कि एनसीपी के दोनों ही गुट आज बैठक में आने वाले सांसदों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों से हस्ताक्षर कराएंगे. इसके अलावा बैठक की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करवाई जाएगी. दरअसल, ये काम इसलिए करवाया जा रहा है, ताकि विष्य में कोर्ट के रास्ते पार्टी पर दावे की लड़ाई अगर चुनाव आयोग पहुंचेगी, तो दोनों ही गुटों को बैठक में शामिल होने वालों की हस्ताक्षरित सूची, फोटोग्राफ, वीडियोग्राफ चुनाव आयोग में अपने अपने समर्थन में सबूत के तौर पर जमा किए जा सकें. उस समय चुनाव आयोग एनसीपी के संविधान के मुताबिक और राजनीतिक दलों के पंजीकरण से संबंधित चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक फैसला करेगा.

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