गुजरात में बाढ़ को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम भूपेंद्र से की बात
उत्तर भारत के राज्यों में वेस्टर्न डिस्टरबेंस और मानसून के बादल एक साथ बरसे तो आसमानी बारिश ने आफत का रूप ले लिया. कई राज्यों में बाढ़ आ गई और जन जीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया. अभी भी उत्तर भारत के कई इलाकों में भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है. आफत के बादलों का रुख अब गुजरात और महाराष्ट्र की तरफ हो गया है, जहां कई इलाकों में 250 मिमी से ज्यादा बारिश एक ही दिन में दर्ज की गई है. कई इलाकों में आज यानी रविवार को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. देश की राजधानी दिल्ली में भी यमुना का पानी एक बार फिर से डराने लगा है.दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा है. रविवार की सुबह जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर 205.75 मीटर दर्ज किया गया. इससे अभी भी दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है. यमुना के जलस्तर के बढ़ने की पहले ही आशंका जताई जा चुकी थी. दरअसल शनिवार को हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से दिल्ली की तरफ यमुना नदी में 2 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया था, इससे यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी की आशंका पहले ही जता दी गई थी. अगर यमुना का जलस्तर 206.7 मीटर तक पहुंच जाता है तो यमुना खादर के कई इलाकों में पानी घुस सकता है और बाढ़ आ सकती है. अमित शाह ने हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति के बारे में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र जी से बात की. दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना से भी यमुना नदी के जल स्तर को लेकर चर्चा हुई. सरकार ने बताया है कि जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए पर्याप्त संख्या में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें उपलब्ध हैं.