मणिपुर में नहीं थम रही हिंसा,पांच और लोगों की मौत,जांच में जुटी पुलिस
मणिपुर में तीन मई से जारी हिंसा थमने का नाम ही नहीं ले रही है. शनिवार को पांच और लोगों की मौत हो गई. इनमें से तीन मैतेई समुदाय से जबकि दो कुकी-जोमी समुदाय से हैं. राज्य में तब से लेकर अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. सैंकड़ों लोग घायल हैं. वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर आज मणिपुर में तीन महीने से हिंसा जारी है. मैतेई और कूकी समुदाय के लोग एक-दूसरे के खिलाफ हिंसक हो रखे हैं. इस बीच बिष्णुपुर में देर रात एक ही परिवार के 3 लोगों की हत्या की खबर सामने आई है. केंद्रीय सुरक्षा बलों ने बिष्णुपुर और आसपास के इलाके में दर्जनों बफर जोन बनाए हैं. बताया जा रहा है कि इसी बफर जोन से कुछ लोग निकलकर आ गए और परिवार पर फायरिंग कर दी. पुलिस की टीम मौके पर मौजूद है. आगे की जांच की जा रही है. पिछले कई घंटों से इंफाल और बिष्णुपुर खासतौर पर हिंसा का केंद्र बना हुआ है. यहां आगजनी और तोड़फोड़ की कई घटनाएं सामने आई है. वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर मणिपुर हिंसा को लेकर संसद को दोनों ही सदनों में लगातार हंगामा हो रहा है। विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग पर अड़ा हुआ है। अब हालांकि स्थिति बदलती नजर आ रही है। विपक्ष और सरकार के बीच सहमति बनती दिख रही है। दोनों पक्षों के नेताओं ने गुरुवार को इस बाते के संकेच दिए। विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री से बयान की मांग छोड़ दी है, लेकिन वे चाहते हैं कि नियम 167 के तहत राज्यसभा में बहस हो, जिसमें अंत में एक प्रस्ताव पारित किया जाना शामिल है। वही आपको बताते चलें कि दोनों पक्षों के नेताओं ने बताया कि सरकार और विपक्ष के बीच नियम और अन्य मुद्दों पर चर्चा चल रही है। दरअसल आपको जानकारी देते चले कि मानसून सत्र के आखिरी दिन 11 अगस्त को उच्च सदन में मणिपुर की स्थिति पर चर्चा होने की संभावना है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा चर्चा का जवाब देने की संभावना है।